जीतने की दौड़ में,
मुमकिन है कभी हार भी जाओ,
चढ़ते चढ़ते सीढियां,
हो सकता है कभी गिर भी जाओ।
असफलता जो मिले तुम्हें,
समझो एक पड़ाव है, ठहराव नहीं,
कामयाबी तक जाता है जो रास्ता,
शुरुआत है उसकी, मुकाम नहीं।
ना कभी उदास होना,
ना कभी घबराना,
परीक्षा की इस घड़ी में,
अपने कदम पीछे ना हटाना।
असफलता इक अवसर है,
पहचानो इसे और आगे बढ़ो,
जो लिख ना पाए इस बार,
वो नई इबारतें गढ़ो।
अपने कर्तव्य पथ पर,
उस चिड़िया से सीखो अडिगता से बढ़ना,
हजार बार टूटने पर भी घोंसला,
ना छोड़ा जिसने लड़ना।
हौसले मजबूत हो तुम्हारे,
तो कोई लक्ष्य बड़ा नहीं,
क्यूंकि जीवन के इस महासमर में,
हारा वहीं जो लड़ा नहीं।
उम्दा लिखावट 👌👌👌
ReplyDeleteThanks for your support 🙏
Deleteआप बहुत अच्छा लिखते हैं 🙏
ReplyDeleteThanks for Your Appreciation 🙏
DeleteNice lines nitesh ji
ReplyDeleteThank You Very Much 🙏
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